महिलाओं के जीवन में प्रतिदिन की दौड़ धूप में कुछ फायदेमंद खानपान छूट जाते हैं ,उनमें से एक विटामिन ' सी ' है । जो शरीर के लिए अत्यंत जरूरी होता है ।
विटामिन सी रोग -प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है । दो विटामिन बी व सी पानी में घुलनशील होते हैं जिसमें से सी भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । पानी मे तुरंत घुल जाने के कारण इसे हम शरीर में संग्रह करके नहीं रख सकते । यही वजह है जिसके कारण भोजन और अन्य सपलीमेंटस के जरिए इसका प्रतिदन सेवन करना आवश्यक होता है । यह महिलाओं के लिए क्या अहम भूमिका निभाता है ,इस पर हम नजर डालेंगे 👉👉
गर्भावस्था के दौरान...
गर्भाशय में बढ रहे शिशु की जरूरतों के लिए व स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए विटामिन सी की जरुरत बहुत अधिक होती है । गर्भवती महिलाओं को विटामिन सी सपलीमटस देकर गर्भावस्था संबंधी जटिलताओ को समाप्त किया जा सकता है । खानपान के जरिए ही इसकी पूर्ति की जा सकती हैं ।
तनाव और उच्च रक्तचाप के लिए ...
तनाव शरीर में विभिन्न प्रक्रियाओं को प्रभावित कर सकता है,जैसे की हार्मोन का निर्माण ,मासिक चक्र ,महिलाओं पुरूषों में प्रजनन क्षमता और पाचन-क्रिया इत्यादि । विटामिन सी तनाव वाले हार्मोन को कम करता है ।इसके नियमित सेवन से असामान्य उच्च रक्रक्तचाप को भी कम किया जा सकता है ।
हृदय रोग के खतरे में कमी...
विटामिन सी को हृदय रोग का खतरा कम करने वाला भी माना जाता है । यह रक्त में हृदय रोग उत्पन्न करने वाले कारको जैसे हानिकारक एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का प्रभाव कम कर सकता है ।
आयरन या हीमोग्लोबिन की कमी...
विटामिन सी में आयरन की मात्रा को कंट्रोल करने का काम करता है । जैसे थकान,कमजोरी व घबराहट, चक्कर आने से बचाता है । यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है । खून की कमी को दूर करने में भी कारागर है ।
हड्डियाँ व वजन की कमी को दूर...
कुछ फल के नियमित खानपान से इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है । विटामिन सी हड्डियाँ मजबूत बनाने और वजन को नियंत्रित करने में सक्षम होता है । जो गर्भावस्था में पल रहे शिशु के लाभकारी होता है ।
विटामिन सी आपको कहां से प्राप्त होता है जानिए...
नीबू, आलू और टमाटर विटामिन सी के प्रमुख योगदान कर्ता होते हैं । इसके अलावा अन्य खाद्य पदार्थ लाल व हरी मिर्च, शिमला मिर्च, किवी, ब्राकोली, स्ट्राबेरी और खरबूजा है । कुछ फलों में निंबू और संतरों से ज्यादा विटामिन होता है, इनमें अमरूद, आम, पपीता शामिल है । अमरूद में 376 मिग्रा, आम मे 120 ग्राम,और पपीते में 96 मिग्रा तक विटामिन सी होता है ।
कुछ फलों के बारे में जानकारी पढ़ते हैं
१ आम 👉 इसमें फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में रहता है जो गर्भावस्था में भ्रूण को तीन माह के भीतर सेवन करने से तंत्रिका तंत्र में विकास करता है । प्रतिदिन खाने से रक्त कोशिकाओं की मात्रा को बढ़ाता है ,जिससे एनीमिया खतरा टल जाता हैं । इसके अलावा आम खाने से नौ महीने पूर्व शिशु को सुरक्षा मिलती है, उसके दांत व हड्डियाँ मजबूत होती हैं । उच्च रक्तचाप, कब्ज और प्रीकिलेप्सीया का खतरा कम हो जाता हैं ।
२ केला यह भी कब्ज,उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है । शरीर में उर्जा प्रदान करता है । वजन को नियंत्रित करता है । उल्टी व जी मचलने जैसी शिकायत दूर करता है ।
३ कीवी 👉 किवी का फल स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है । इसका स्वाद तीखा व मीठा दोनों होता है । आमतौर पर आप इसे सलाद के रूप में भी खा सकते हैं । प्रसव के बाद महिलाओं को उर्जा प्रदान करने के लिए कीवी का ही उपयोग करते हैं । कीवी का इस्तेमाल कार्डियोवैसकुलर रोगी का इलाज, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित और आंखों में धूधंलेपन की समस्या से बचने के लिए किया जाता है । किवी में एंटीऑक्सीडेंट्स व बैक्टीरिया रोधी गुण पाये जाते हैं ।
हालांकि कुछ फल ऐसे भी हैं जिसका सेवन डाक्टर के परामर्श पर करना चाहिए जैसे पपीता । पपीता के अंदर पाये जाने वाले बीज का सेवन खतरनाक होता है । कुछ महिलाएँ इस ओर ध्यान नहीं देतीं हैं ।
अब आप समझ गए कि विटामिन सी महिलाओं के लिए कितना आवश्यक है । क्योंकि यह हमारे शरीर में स्वयं के द्बारा बनाया नहीं जा सकता है और न ही इसे हम संग्रहित करके रख सकते हैं । इसके लिए प्रतिदिन विटामिन सी का खानपान जरुरी है । शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी होने पर ही बिमारीयो से लडने में हमें सुरक्षा मिलती हैं ।
3 टिप्पणियाँ
I like your blog! Awesome content
जवाब देंहटाएंthanks a lot
हटाएंNice article
जवाब देंहटाएं