हाल ही में मध्यप्रदेश में 6 स्माल खेलों इंडिया सेंटर खुलने जा रहे हैं । इनमें भविष्य के ओलंपिक वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी तैयार किए जाएंगे ।
दरअसल, खेल मंत्रालय 2028 और 2032 के ओलंपिक की तैयारियों के लिए आने वाले चार सालों में देश के एक हजार जिलों में स्माल सेंटर खोलने जा रहा है । नई दिल्ली स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण साई के हेड ऑफिस में हुई डीपीएसी की बैठक में पहले चरण में 23 राज्यों के लिए 168 सेंटरों को मंजूरी दी गई ।
इनमें सबसे ज्यादा 76 सेंटर यूपी के हिस्से में गए । उसे पहले चरण में मौजूद कुल सेंटर का 45.23 फिसदी मिला । इसके अलावा डीपीएसी का फोकस देश के पहाड़ी राज्यों में रहा । 30.95 सेंटर्स इन्हीं राज्यों में दिए गए ।
फिलहाल मध्यप्रदेश ने 13 नए सेंटर के प्रस्ताव भेजा है । साई ने दूसरे चरण के लिए प्रस्ताव मंगाए हैं, कुछ राज्यों ने प्रस्ताव भेजना भी शुरू कर दिया है । मध्यप्रदेश ने दूसरे चरण के लिए 4 और तीसरे चरण के लिए 9 नए सेंटर खोलने का प्रस्ताव भेजा है । दूसरे चरण में दतिया में रोइंग, मुरैना में एथलेटिक्स, सागर में हॉकी और देवास में बैडमिंटन शामिल किया गया है ।
अन्य राज्यों में सेंटर आंध्रप्रदेश, चंडीगढ, मणिपुर, ओडिशा, तमिलनाडु, त्रिपुरा, दादर नगर हवेली एवं दमन-दीव 1-1 । अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख, दिल्ली 2-2 ,हरियाणा, पंजाब, हिमाचल 3-3 ,सिक्किम, उत्तराखण्ड 4-4, राजस्थान 5, केरल, मध्यप्रदेश 6-6, महाराष्ट्र, नागालैंड 7-7,मेघालय 11, जम्मू कश्मीर 20 ,उत्तरप्रदेश 76 ।
केन्द्रीय मंत्रालय ने जमीनी स्तर से खेल प्रतिभाएँ तैयार करने और पूर्व चैंपियन खिलाड़ीयो की आय का स्त्रोत निश्चित करने के लिए देशभर के एक हजार जिलों में स्माल खेलों इंडिया सेंटर खोलने का फैसला किया है ।
इस सेंटर में पूर्व खिलाड़ी नए टैलंट को तलाशेंगे और स्वयं को तराशेगें । खेल मंत्रालय पूर्व खिलाड़ी/कोच को सेंटर खोलने के लिए दस लाख रुपये देगा । इसमें पांच लाख रुपये एकमुश्त और दूसरे पांच लाख रुपए अगले चार वर्षों के लिए दिए जाएंगे ।
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