वैचारिक तथ्य स्टेटस

वैचारिक तथ्य स्टेटस

आज का स्टेटस थोड़ा अलग है, यह वैचारिक तथ्य पर आधारित है । आपने कभी सत्संग व साधू के मुख से भी शायद ही पढा व सुना होगा ,भगवान व मनुष्य में क्या फर्क है । स्टेटस के माध्यम सबसे बड़ा भक्त कौन यह वैचारिक तथ्य के आधार पर दिखाया जाएगा । आज कुछ स्टेटस आपके समक्ष साझा किए है 👉👉

लिंक क्लिक यूट्यूब https://youtube.com/shorts/BzOpQW9OQ8E?feature=share

पहला 👉 आपने शायद ही सत्संग प्रवचनकर्ता के मुख से यह शब्द सुने होंगे । हमारे आराध्य भगवान वही है जिन्हें पूजने व दर्शन करने के लिए मंदिरों में जाना पड़ता है, समाधि पर नहीं । क्योंकि समाधि तो उन्हीं की बनती है जो मरते हैं । तात्पर्य भगवान कहने का श्रेय गुरू घंटालो को कैसे दे ..?? जब वह मरने ही वाले हैं .!

मरा हुआ मनुष्य कभी भगवान नहीं होता है वह मात्र युगपुरूष ही कहलायेगा ॥


दूसरा 👉 महाभारत में शिशुपाल को राजसुर्य यज्ञ में श्री कृष्ण की छवी को खराब करने का प्रयत्न किया था और उन्हें अपमानित भी किया था । ठिक उसी तरह आपका जीवन इस तरह जीयो और कर्तव्य करो । यदि कोई व्यक्ति आपकी कठोर निंदा भी करें तो किसी को भी इस बात का विश्वास न हो ।


तीसरा 👉 सभी अपना-अपना मत व्यक्त करते हैं ,इसी तरह कहते हैं :- हे प्रभु! सामान्य मनुष्य की मृत्यु हो जाने पर उसकी बनीं हुईं समाधि को झूठे भगवान के रूप पूजने वाली को मेरी जीवन संगिनी मत बनाना

मेरी अर्द्धांगिनी वही बनाना जो विष का प्याला पीकर अमर हो जाने वाले महादेव की भक्ति में लीन हो ।


चौथा 👉 कहते है मनुष्य ही एकमात्र प्राणी हैं । जिसकी क्षुधा कभी समाप्त नहीं होती, वह हर-पल और ज्यादा चाहने की लालसा रखता है । लेकिन कभी खुश नहीं रह पाता । इसलिए कहते हैं, जीवन में सदा खुश रहना चाहते हो तो अपनी आवश्यकताओं को कम कर दो ।

पांचवा 👉  आपने पाषाण युग के बारे में अवश्य पढ़ा होगा कहते हैं ,उस समय सभी नग्नावस्था में थे लेकिन आधुनिक युग में नही । महाभारत का यह दृश्य अवश्य देखा होगा । क्योंकि नागा साधू, संत को नग्नावस्था में रहने की तो आधुनिक युग की देन हैं । वैदिक काल में दुर्योधन भी नग्नावस्था में था लेकिन केले के पान लपेटकर । 


छठवां 👉 गुटखे, सिगरेट व गांजे का सेवन करने से महादेव के भक्त नहीं बनते ।

भक्त तो प्रहलाद जैसा हो जो विष को भी महादेव का नाम लेकर पी लेता हो । 


आपको वैचारिक तथ्य पर आधारित स्टेटस कैसे लगे टिप्पणी कर बताइए ताकि आगे भी इसी तरह और स्टेटस लिखने की प्रेरणा मिले...


संक्षेप में इतना ही ...


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