हाल ही में इंडोनेशिया में गैर मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने को अनिवार्य कर दिया ।
दुनिया के सबसे बहुसंख्यक मुसलमानों की आबादी वाले देश इंडोनेशिया में सरकारी इस्लामिक ड्रेस कोड को अब आगे बढा रही है ।मुस्लिम लड़कियों की तरह अब गैर मुस्लिम लड़कियों को भी हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया है ।
यहां पर मुस्लिम आबादी 23 करोड़ 50 लाख है ।पश्चिमी प्रांत सुमात्रा की राजधानी पडांग के मेयर फौजी ने सन् 2005 में महिला मुसलमान छात्राओं के लिए सिर,गला और सीना ढकने वाले वस्र हिजाब तात्पर्य बुर्के को अनिवार्य कर दिया है ।
एकतरफ चीन,श्री लंका अमेरिका देश ने मुस्लिम लड़कियों को चेहरा ढकने वाले बुर्के पर प्रतिबंध लगाया है ।तो दूसरी ओर मुस्लिम बहुल देश में गैर मुस्लिम लड़कियों को यह नियम लागू कर दिया है ।लेकिन कई छात्राओं ने इसका विरोध किया ।
इंडोनेशिया ने 2001 में मुस्लिम लड़कियों को सिर ढकने संबंधित 60 नियम बनाए हुए हैं ।ह्यूमन राइट्स वाच के एंड्रियास हरसोनो के अनुसार नियम न मानने वाले महिला अधिकारी को नौकरी से तक निकाल दिया गया है ।
एक तरफ जहां भारत में सरकारी भर्तियों की परिक्षा में बुर्का पहनकर तक एग्जाम नहीं दे सकते ।चेहरा दिखाना अनिवार्य होता है ।ओर वहां गैर मुस्लिम लड़कियों को भी परदे में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है ।
फिलहाल के लिए 8 मार्च को महिला दिवस तक के लिये हिजाब की अनिवार्यता करने का समय दिया गया है ।लेकिन क्या यह एजेंडा 9 मार्च से फिर शुरू हो जाएगा ।
एक और कई देशों ने बुर्के में आतंकवादी हमलों की घटनाएँ होने के कारण बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया है ।लेकिन मुस्लिम बहुल देश में अभिव्यक्ति की आजादी की जगह गैर मुस्लिमों को भी बुर्के पहनने पर दबाव बनाया जा रहा है ।
महिला दिवस पर हम उन महिलाओं की याद करते हैं ,जिन्होंने अपने जीवन में कई संघर्ष बडे-बडे मुकाम उपलब्धि प्राप्त की है ।मनुष्य की पहचान उसका चेहरा होता है।
महिलाओं को अभिव्यक्ति की आजादी के तहत गैर मुस्लिम लड़कियां इसका विरोध कर रही हैं ।वैसे भी बुर्का कमजोर लड़कियों के लिए होता है ।जैसे भारत में सैफ,शाहरुख, आमिर खान की लड़कियों ने बुर्का पहनते ही नहीं है ।
0 टिप्पणियाँ