विश्वभर में 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिन मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य भोजन के संकट को ध्यान में रखते हुए खाद्य पदार्थ की सुरक्षा करना है ।
हम सभी जानते हैं, एक अंकुरित बीज को खेतों से भोजन की थाली में आने में तकरीबन तीन माह के लगभग लग जाते हैं । लेकिन आपने सोचा उस तीन माह के भीतर उसकी सुरक्षा के लिए कितना ध्यान रखा जाता है । आंधी, बाढ,कीट-पतंगों, से कड़ी मशक्कत से बचाकर रखने के बाद वह हमारी थाली में आता है ।
आज खाद्य पदार्थ की वस्तुओं को ध्यान में रखकर यह दिन मनाया जाता है । इसकी शुरुआत विश्व खाद्य सुरक्षा संगठन ने 7 जून 2019 को की थी । तभी से यह हर वर्ष विश्वभर में मनाया जाता है । यह चर्चा में क्यो आया..?? क्योंकि कई क्षेत्र आज भी भोजन के संकट से गुजर रहे हैं ।
विश्व खाद्य संगठन ने भोजन के संकट से निपटने के लिए समिति गठित की है । यह भोजन में मिलावट जांचने के लिए रमन 1.0 बनाया है । जो घी, वसा में मिलावट की जांच तुरंत करता है । आपने बाजारों में प्लास्टिक से बने चावलों ,नकली शहद, मावा,अदरक आदि के बारे में पढा होगा किस तरह मिलावट की जाती है ।
इनका उद्देश्य सुरक्षित और पौष्टिक शाकाहारी भोजन मुहैया कराना है । जहा तक हो घर का भोजन ही करना है । फास्ट फूड से परहेज़ करना है । जिसके लिए विघालय में फूड सेफ्टी मैजिक बाक्स की भी पहल की गई है । अब बाजारों में स्वयं मिलावट जांचने की किट भी मिलने लग गई । आप घर पर ही मिलावट जांच सकते हैं ।
कुछ महत्वपूर्ण बिंदु ..👉
* सभी को सुरक्षित व पौष्टिक भोजन मुहैया कराना ।
* व्यापारी को इस बात का ध्यान रखना खाद्य पदार्थ सुरक्षित कैसे किया जाए इसकी जानकारी देना..
* खाद्य सुरक्षा साझेदारी करना व मिलावट खोरी की जानकारी देना ।
*फास्ट फूड से परहेज़ कर घर का बना ताजा पौष्टिक शाकाहारी भोजन का सेवन करना ।
* यदि आपके पास वक्त हो तो हफ्ते में एक दिन खेत में जाकर काम करना ताकि हमे अनाज की किमत समझ पाए ।
* भोजन को व्यर्थ करने से रोकना जितना आवश्यकता हो उतना ही भोजन थाली में लेना ।
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